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Click hereअब पूरी तरह निढाल होकर मनोज तो सो गया. राज की बैटरी अभी भी डिस्चार्ज नहीं हुई थी. उसने हम दोनों बहनो को बुलाया और फिर हमने दो गद्दे जमीन पर बिछा दिए. अगले एक घंटे तक हम तीनो लड़किया (सुनीता, सारिका और शालिनी) एक दुसरे को और राज को सुख देती रही. आखिर कार राज ने अपना कड़क लंड शालिनी की जवान चुत में बाहर निकाल कर मेरे वक्षोंपर ढेर सारा वीर्य उंडेल दिया. सारिका और शालिनी दोनों ने चाट चाट कर उसे पी लिया. थोड़ा मेरे मुँह में भी डाल दिया. उसके बाद शालिनी जाकर मनोज के पास सो गयी. राज मेरे और सारिका के बीच सो गया.
अगले दिन हम तीनो (मैं, राज और सारिका) मुंबई वापिस आने की तयारी में लग गए. हमने मनोज और शालिनी को हमारा फ़ोन नंबर दिया और मुंबई आने का न्यौता दिया.
मनोज ने कहा, "जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी हम आएंगे।"
मैंने मन ही मन में कहा, "क्यों नहीं, दो दो माल लडकियोंको चोदने के लिए तुम जरूर आओगे मेरे शेर!"
वापसी की ट्रैन में हमारे साथ दो बुजुर्ग लोग थे इसलिए हम ट्रैन में कोई मस्ती नहीं कर सके. घर पर जाकर पता चला की रूपेश ने उस अफसर को पैसे खिलाकर सब मामला रफा दफा कर दिया था. बादमें रात को सामूहिक चुदाई का सारा किस्सा रूपेश को बताया.
एक महीने के बाद मनोज का फ़ोन आया और उसने कहा, "सुनीता जी, मैं और शालिनी एक हफ्ते के बाद आप लोगोंसे मिलने आ रहे हैं."
जैसे ही ये समाचार मिले, रूपेश ने कहा, "इन दोनोंको रिसीव करने के लिए मैं और सारिका जाएंगे."
आखिर रूपेश भी एक मर्द था और शालिनी को चोदने के लिए बेकरार था, जो की स्वाभाविक हैं.
शनिवार के दिन मनोज और शालिनी मुंबई सेन्ट्रल स्टेशन पर आ गए. रूपेश और सारिका ने उन्हें गले लगाकर स्वागत किया. वहां से अँधेरी आने की जगह रूपेश उन्हें नजदीक के एक लॉज में ले गया. वहांपर लगातार पांच घंटोंतक रूपेश ने शालिनी को अलग अलग तरीकोंसे चोदा। बाद में पता चला की उसने सात आठ शक्तिवर्धक गोलिया खायी थी, ताकि उसका लौड़ा लम्बे समय तक न झड़े. इस पूरी चुदाई में शालिनी का अंग अंग चूर हो गया. साथ में सारिका भी मनोज से चुदती रही, मगर उन्होंने बीच बीच में थोड़ा आराम भी किया.
शालिनी को चोद कर (या यूं कहो की उसकी जवानी का पूरा रस पीकर) जब रूपेश का मन भर गया, तब देर रात में चारो घर पर आये. उसके बाद मनोज ने मुझे और राज ने सारिका को चोदा। बिचारी शालिनी तो एक मुर्दे की तरह बिस्तर पर गहरी नींद में सारी रात सोती रही.
मनोज और शालिनी हमारे साथ दस दिन तक रहे. हर रात जबरदस्त चुदाई की रात रही.
कुछ दिन बाद हमने रागिनी को फ़ोन किया और उससे भी मिले. जब उसका पति ऑफिस के काम से तीन हफ्तोँके लिए सिंगापुर गया था तब पूरा समय वो हमारे घर पर रही और हम चारों के साथ सेक्स के मजे लूटती रही.
Very sexy and good stories. Do write more like this and add some variety like public exposure or voyeurism or toys and BDSM