समीर और उसकी माँ राधा - भाग 01

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राधा को भी अपनी गलतिका एहसास था क्योके उसके मुँह फट स्वभावने आज अपने पतिके सामने कुछ ज्यादा ही बोलाथा. उसके पति रणदीप ने बेडके किनारे बैठी राधाके बाल पकड़कर और दूसरे हाथसे सफ़ेद गाउन से उभरी अपनी बीवी की ३३ की चूचिया मसलते हुवे उसे बेडपर ले आया और अपनी बीवी की नशीली दर्दसे पनियाई आंखोंमे देख बोला, "साली सिर्फ तुझे कुत्ता क्या बोला तूने सीधा मेरे माँ-पापा को ही कुत्ता बोल्दिया. अब आज रात तुझे कुत्ता बनाकर ही सजा दूंगा." ऐसा बोलकर उसने अपनी कामुक पत्नीको धक्का देकर बेडपर सिनेके बल गिराया और अपनी बीविको डॉगी स्टाइल में आनेका इशारा किया. तब बेडपर सिनेके बल गिरी राधा अपने पतिकी तरफ पीछे देख पनियाई आंखोंसे अपने दोनों हाथ बेडपर रख अपने ३३ के स्तनोंको याने अपना सीना ऊपर उठाते हुवे बोली, "में अपनी गलती मानती हु जी, अगर आपका गुस्सा इसीसे शांत होगा तो यही सही." ऐसा बोलकर राधा पतले गाउन में अपने दोनों घुटने मोड़कर दोनों हाथ बेडके गद्दे पर रख अपनी मादक ३४ की गद्देदार गांड बड़ेहि कामुक अंदाजमें ऊपर उठाकर वो घोड़ी बनगयी और पीछे मुड़कर भोली सूरत बनाकर अपने घुसाए पतिकी तरफ देखने लगी.

रणदीप बेडपर घुटनोंपर खड़ा अपनी मादक पत्नीको सामने घोड़ी बना हुवा देख बहोत काम-उत्तेजित हो चुका था. उसके नजरोंके सामने खुशबूदार राधा के डॉगी स्टाइल में आनेसे राधा की ३४ की गद्देदार गांड गाउन से उभरकर दिख रही थी. रणदीप का लंड उसने पहने हाफ पैंट में पूरा तन कर दर्द करने लगा था तो उसने अपनी हाफ पैंट और चड्डी दोनों एकसाथ एक झटके में निकालकर निचे फर्शपर फेंकदी और उसके साथ अपनी बनियान भी निकालकर अपना तना हुवा ७ इंच लम्बा लंड झुलाते हुवे पूरा नंगा होगया. और उसकी तरफ पीछे मुड़कर कुतुहलसे देख रही घोड़ी बनी हुवी राधा से बोला, "अब देख तेरा में क्या हाल करता हु. आज तुझे कल की तरह मजा नहीं, आज तुझे सजा मिलेगी." ऐसा बोलकर वो अपना तना लंड एक हाथसे मसलते हुवे दूसरा हाथ उसने अपनी घोड़ी बनी हुवी पत्नी की पतले गाउन से उभरकर दिखती गद्देदार गांड पर रख दिया और धीरे धीरे गांडको एक हाथसे गाउन के उपरसे सहलाने लगा तब घोड़ी बनी राधा को आगे क्या होनेवाला है इसका अंदाजा था तो वो चुप-चाप अपनी नजरे निचे बेडके गद्दे के तरफ करे हुवे थी. आगे जो होनेवाला है उसका सोचकर उसकी काम-पीड़ा से गरम होचुकी चुत काम रस टपका रही सफ़ेद पैंटी को भिगो रही थी.

तभी बेडपर घुटनोंके और दोनों हाथ गद्दे पर टिकाकर घोड़ी बनी राधा की गद्देदार गांड के नजदीक नग्न अवस्था में घुटनोंके बल खड़े रणदीप ने राधा की मस्त गद्देदार गांड का मांस अपने हाथकी हथेली में पकड़ा और हिलाते हुवे बोला, "साली, माफ़ी मांग मेरे पापा और ममी से अभी."

अपने पतिकी उसकी गांड से चलरही कामुक हरकते और पतिकी कही बात सुन वो सिसकारियां लेते हुवे बोली, "हाय रे दया,बोलती हु जी. अह्ह्ह्हह्हह सासुमा और ससुरजी सॉरी."

और उसी वक़्त एक जोरदार थपड़की आवाज बैडरूम के चारो ओर गुंजी, "छप!"

वो आवाज और किसीकी नहीं घोड़ी बनी राधा की गांडपर उसके पति ने एक हाथसे जोरदार थपड जड़ दिया इतने जोरसे के ३ सेकंड तक राधा की गद्देदार गांड हिलती रही और राधा दर्द भरी चिखोंसे तिलमिलाते हुवे सिसकारियां लेते हुवे बोली, "है राम बचाले, अह्ह्ह्हह्हह. इतने जोरसे मत मारिये जी प्लीज."

अपनी पत्नीकी दर्दसे भरी सिसकारियां सुन घोड़ी बनी पत्नीकी गद्देदार गांडके नजदीक घुटनोंके बल नग्न अवस्था में खड़े रणदीप ने फिरसे राधा की गांडकी फलक का एक मांस अपने पंजोमे पकड़ा और हिलाते हुवे बोला, "ये तो शुरूवात है मेरी लाडो. तू मेरे माँ-पापा को उतनी देरतक सॉरी बोलती रहेगी जबतक मुझे सुकून नहीं मिलजाता, अगर तू ज़रा सीभी बीचमे रुकी तो ऐसे ही मार-मार कर गांड का चिंता-ता-चिता कर डालूंगा, समझी?"

फिर होना क्या था अपने पतीने कही बातका पालन करते हुवे घोड़ी बनी हुवी राधाने अपनी सास और ससुरजी को सॉरी बोलना शुरू किया. जब-जब वो बीचमे अटकी उसके पतीने उसकी सफ़ेद गाउन से उभरी मस्त गांडपर अपने हाथसे अछेसे चमाट लगाई इतनी जोरसे के राधा की ३४ साइज की गांड की दोनों मार खाकर लाल होचुकी फलके जेल्ली की तरह कामुक अंदाजमें हिली थी. ऐसे ही कर राधाने घोड़ी बने हुवे ५० बार अपनी सास और ससुरको सॉरी बोला और उसमे से वो १० बार बीचमे अटकी थी मतलब १० जोरदार थपड राधा की नाजुक गोरी गांड ने पतिके हाथसे सहे थे. बहोत दर्दसे चीखी थी राधा. और अब उसके दर्दसे आंसू निकल रहे थे वो रोरही थी, लेकिन फिरभी घोड़ी बनकर अपने सास और ससुरको सॉरी बोले जारही थी. तब जाकर रणदीपको अपनी दर्दसे तड़पती बिवीके ऊपर तरस आया और अपनी रोती बीविको बोला, "अब बस हुवा रुको." ऐसा बोलकर रणदीप जो अपनी घोड़ी बनी दर्दसे तड़पती बीवी की गद्देदार गांडके नजदीक घुटनोंपर खड़ा था, उसने राधा की दर्द कर रही गांड को गाउन के उपरसे सहलाया और दूसरे हाथसे राधा का गाउन पट्टिकोट के साथ ऊपर उठा ता गया. बेडपर घोड़ी बनी राधाने भी अपने आंसू एक हाथसे पोछकर अपने घुटने चुप-चाप ऊपर उठाकर अपने पतिको अपना गाउन ऊपर करने के लिए मदत की, तब रणदीप झटसे गाउन को कमरतक ऊपर सरकाते हुवे लेगाया. जब वो अपनी मादक बीविका गाउन ऊपर सरका रहा था तब उसकी बीवी की मांसल गोरी जाँघे देख वो काम उत्तेजित हुवा लेकिन फिर जब वो गाउन का छोर राधा की गद्देदार गोरी गांड की फलकोंके ऊपर चलागया तब तो मानो रणदीप की सांस ही अटक गयी. क्योके उसने कुछ मिनीटोंपहले अपनी पत्नी की गांडपर जो थपड जडे थे उस कारन उसकी पत्नीकी दोनों गांडकी फल्के पूरी लाल होचुकी थी.उन्हें देख वो मन ही मन बोला, "हे भगवान् आज कुछ ज्यादा ही मैने मारा मेरी बुलबुल को. कोई बात नहीं मजे भी दिलाऊंगा.हाहाः" ऐसा सोचते हुवे वो मुस्कुराया और उसने राधा की गांड की फलकोंके बीचमे फसी छोटीसी सफ़ेद काम रस से गीली होचिकि पैंटी को झटसे दोनों तरफसे पकड़कर कमर से निचे घुट्नोंतक सरकादिया.

इस वक़्त बेडरुमके कमरेके चारो तरफ राधाके काम-रस की उत्तेजित करनेवाली महक फ़ैल चुकी थी.

दूसरीतरफ राधा अपने पतिसे बात ही नहीं कर रही थी, क्योके कुछ देर पहले बेरहमी से जो उसके पतीने उसकी गांड की फलकोंको मारा था उस कारन वो रूठी हुवी थीऔर चुप-चाप घोड़ी बनी हुवी थी, तब उसका पति राधा की नंगी मस्त गोरी मार-मार कर लाल होचुकी गांडके पीछे घुटनोंके बल खड़ा अपनी घोड़ी बनी हुवी पत्नीसे बोला, "क्या हुवा जान. इतनी चुप-चुप क्यों हो. दर्द होरहा है?"

लेकिन राधाने कोई जवाब नहीं दिया तब घोड़ी बनी राधा की नंगी गद्देदार गांडके पीछे घुटनेके बल खड़े रणदीप ने राधाके आगे झुकनेसे उसकी योनि खुलकर अपनी काम-रस से गीली गुलाबी पंखुडियोंको दिखा रही थी, उसे देखते हुवे अपने होठोंपरसे ललचायी जीभ घुमाते हुवे अपने दोनों हाथ अपनी बीवी की गांड की दोनों फलकोंपर रणदीप ने रखे और जैसे दरवाजा खोलते है वैसे ही रणदीप ने अपनी बीवी की मस्त गोरी गांड की फल्के पूरी अपने दोनों हाथोंसे फैलाई.

दूसरीतरफ घोड़ी बनी राधाकि मुँह से पतिकी कामुक हरक़तोंकी वजहसे सिसकारियां निकल रही थी. "अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह, आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह."

बैडरूम का इस वक़्त कामुक माहौल बहोत गरम होचुका था. बेडपर राधा डॉगी स्टाइल में थी, तो पीछे उसका पति घुटनोंके बल खड़ा राधा की नंगी गांड की फल्के अपने दोनों हाथोंसे फैलाकर सामनेका अद्भुत कामुक नजारा देख रहा था. उसके मुँह से सामनेका कामुक नजारा देख लाळ टपक रही थी. क्योके उसके सामनेथे राधाके गुलाबी अनमोल कामुक छेद जो राधा की गांड की फल्के फ़ैलनेके कारन खुलकर दिख रहे थे. एक छेद था राधा की सुनहरी गांड का तो नीचेका छेद था राधा की काम रस से भरी बिना झांटो वाली गीली योनिकी पंखुडियोंका. अब होना क्या था रणदीप ने राधा की गांड की फल्के दोनों हाथोंसे फैलाकर रखी और अपना मुँह लेगया रसभरी राधा की गांड की फलकोंके बिच. और काम रस टपकाती योनि और गांड के छेदको किसी कुत्ते कीतरह सूंघने लगा.

दूसरी तरफ घोड़ी बनी हुवी राधा को अपने दोनों कामुक छेदोंपर अपने पतिकी गरम साँसे महसूस हुवी और उसकी कामुक सिसकारियां निकलने लगी, "अह्ह्ह्हह आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह, हाय राम. आह्ह्ह्हह."

राधा को रणदीप ने पिछले १६ सालसे अनेको पोसिशन्स में चोदा और चाटा उसका हर काम-रस उसने पीया था लेकिन राधाके मस्त कामुक नखरे और खुले विचारोंकी वजहसे रणदीपको अपनी बीवी आजभी कच्ची कली ही लगती थी. और वो राधासे बहोत प्यार करता था. और यही प्यार आज राधा की मस्त कामुक नंगी गांड फैलाकर दिखाना भी शुरू कर चुका था.

घुटनोंपर खड़े रणदीप का मुँह अपनी घोड़ी बनी हुवी पत्नीकी फैलाई हुवी गांड के बीचो-बिच था. उसने जब मादक राधाके कामरस को सूंघते हुवे अपनी पत्नीकी कामुक सिसकारियां सुनी तो झटसे अपनी खुरदुरि जीभ मुँह से बहार निकालकर राधाके सुनहरे गांड के छेदको बेतहाशा चाटने लगा, "मुह्हह्ह्ह्ह."

डॉगी स्टाइल में राधा पतिके इस कामुक हरकतसे काम-उत्तेजना से थर-थर कापने लगी उसने अपना मुँह और सीना निचे बेडपर गद्दे पर रखदिया. फिर अपनी पिछेसे खुली नंगी गांड और ऊपर कर अपने पतिको अछेसे अपने कामुक छेद चाटने देते हुवे सिसकारियां लेरही थी, "हाय रे मेरे राजा, अह्ह्ह्हह्हह, आह्ह्ह्हह आह्ह्हह्ह्ह्ह."

फिर जो १५ मिनट तक चला उसने राधाको पतिसे मिले सजाके दर्द को निचोड़कर पीलिया. उस १५ मिनट में रणदीप अपनी घोड़ी बनी बीवी की फैलाई गांड के बिच अपना मुँह घुसाए रखा. पहले पत्नीका सुनहरा गांड का छेद चाटने के बाद निचे गुलाबी रस-मलाईसे भरी योनि को अपने मुँह में भरकर चुस्ता रहा. तो उसकी घोड़ी बनी हुवी पत्नी अपने पतिके कामुक घावोंसे घायल होकर काम उत्तेजना में अपने एक हाथसे पतले गाउन के उपरसे अपनी चूचिया भी बेदर्दीसे मसली थी उसने. उस २ इंच के गुलाबी चुत के छेद में रणदीप ने अपनीं खुरदुरी जीभसे इतनी उंगली की के राधा उस समय २ बार झडगयी और रणदीप ने उस काम-रस को निचोड़-निचोड़कर मुहमे योनिकी गुलाबी पंखुडिया ले-लेकर सारा काम-रस गटक गया.

राधा अभी भी घोड़ी बनी हुवी सीना और सर निचे बेडके गद्दे पर रख नंगी गांड ऊपर उठाये हुवे थी. तो उसकी मस्त गद्देदार गांडके पास सामने खड़ा नंगा सावला रणदीप अपने मुँहपर लगे पत्नीके काम-रस को एक हाथसे पोछते हुवे अपना तना हुवा लंड दूसरे हाथसे मसलते हुवे बीवीसे बोला, "चलो जानू अब तुम्हारी बारी,"

तभी घोड़ी बनी हुवी नटखट राधा नखरे करते हुवे बोली, "पहले आपको ऑफर दी थी तब आपने मुझे आपका लॉलीपॉप चूसने नहीं दिया, तो अब में नहीं चूसने वाली आपका."

अपनी बीवि के नखरे सुनकर रणदीप अपना लंड एक हाथसे हिलाते हुवे बोला, "अच्छा ठीक है फिर सूखे लंड से दर्द हुवा तो मत कहना के मैने कुछ तुम्हे बताया नहीं था." ऐसा बोलकर उसने झटसे राधा की कमर पकड़ी और अपने लंड की टोपी राधा की योनिकी गुलाबी पंखुडियोंको लगाई.

तभी राधा झटसे बोली, "रुकिए में मजाक कर रही थी." लेकिन रणदीप ने अपना ७ इंच लंबा और ३ इंच मोटा सावला लंड राधा की काम-रस से गीली जरासी सुखी गुलाबी टाइट चुत में अपनी कमर से एक धक्का देकर आधा लंड घुसा दिया.राधा की टाइट योनी का छेद रणदीप के लंड की मोटाई के कारन ऐसे तना हुवा था के अगर रणदीप का लंड १ इंच भी और मोटा होता तो आज राधा की चुत से खून निकला होता.

अपने पतिकी अचानक की गयी कामुक हरकतसे राधा दर्दसे तड़पते हुवे चीखने लगी सिसकारने लगी, "हाय रे दया, म्होरी चुत फाड़ दीरे मेरे सैया ने. आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह, हाय रे सैया चूसने दो तोहरा लवड़ा.आह्ह्हह्ह्ह्ह."

अपनी बीवी की दर्द भरी सिसकारियां सुन रणदीप अपना आधा लंड अपनी घोड़ी बनी बीवी की चूतमे डाले पीछे घुटनोंपर खड़ा मुस्कुराते हुवे सिसकते हुवे बोला, "आह्ह, तुहि बोली थी ना के चूसना नहीं है." ऐसा बोलकर उसने और एक धक्का दिया और "थप!" की आवाज के साथ अपना पूरा लंड राधा की गरम काम-रस से भरी चूतमे घुसाया जहा रणदीपको राधा की गरम चुत की दीवारोंसे मजा आरहा था तो राधा को मजेके साथ जरासा दर्द भी हुवा और वो चीखते हुवे बोली, "हाय रे दया, आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ,आह्ह्ह्ह. आप मुज़से प्यार नहीं करते आअह्ह्हह. मेरे दर्दके आप मजे ले रहे हो अह्ह्ह्हहह."

अपनी पत्नीकी बात सुन उसने अपने मुँह की थूक निचे चूतमे पुरे अंदर घुसे लंड पर गिरायी और वो बोला, "जान तुम गलत सोच रही हो, तुम्हारी चुत गीली है. अब दर्द कम होगा.और तुम्हे पता है ना मेरी ट्रैन है सुबह तो मुझे जल्दी सोना होगा ये सब करके इसी लिए जलदीमे गलतीसे घुस्सा दिया." ये कहे कर उसने राधा की गांड को पकड़कर अपना राधा की काम रस से गीला होचुका लंड अपनी बीवी की चुत से बहार निकाला और अपने मुँह से ढेर सारा थूक अपने लंड पर गिराकर फिरसे एक जोरदार झटके के साथ राधा की मस्त गुलाबी गरम चूत की टाइट दीवारे चीरता हुवा अंदर डाला इस बार राधा को दर्द कम हुवा और वो सिसकारियां लेने लगी, "अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह, आह्ह्हह्ह्ह्ह. हाय रे दया आपके जाने के बाद तो में तड़प-तड़प कर मरना जाऊ. आह्ह्ह्हह्ह."

अपनी कामुक बीवी की बात सुन रणदीप एक रिदम में अपना ७ इंच लंबा लंड राधा की मलाईदार चूतमे अंदर बाहर करते सिसकते हुवे बोला, "जानू ऐसा मत बोलो अह्ह्ह्ह. में जब अगले ३ हफ़्तोंबाद आऊंगा तब तुम्हारी गांड अछेसे मारूंगा.आह्ह्ह्हह्ह." ऐसा बोलकर रणदीप ने घोड़ी बनी राधा की कमर कसके दोनों हाथोंसे पकड़ी और तेजीसे अपना लंड राधा की गुलाबी चूतमे घपा-घप ठोकता गया. उसकी सावली जाँघ राधाके मस्त गोरी गद्देदार गांडको बार-बार टकराते हुवे बड़ी ही कामुक आवांजे कर रहे थे, "थप थप थप थप थप थप थप थप." हर धक्के के साथ राधा की गांड की फल्के आगे पीछे डोलरहीथी जिन्हे देख रणदीप और भी ज्यादा उत्तेजित हो रहा था.

राधा सिसकते हुवे अपने पतीने कही बातपर जैसे तैसे बोली, "हाय रे दया, इस वक़्त भी आपको मजाक सूज रहा है. आह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्हह. में आपको मेरी गांड कभी मारने नहीं दूंगी. वहा बहोत दर्द होगा जी."

अपनी बीवी की बात सुन रणदीप के धक्के विभस्त होते गए. "थप थप थप थप थप थप थप." इन्ह दोनों प्रेमी जोड़ेकी चुदायिका सुगंध चारो ओर फैल चुकी थी.

बैडरूम का नजारा इस वक़्त बहोत काम-उत्तेजित था, बेडपर राधा अपना सीना और सर निचे बेडपर रखे हुवे अपनी मस्त गद्देदार गोरी नंगी गांड पिछेसे ऊपर उठाये हुवे थी. उसका सफ़ेद पतला गाउन पट्टिकोटे के साथ पूरा कमरतक सरकाये हुवे था,उसकी गीली पैंटी घुट्नोंतक सर्कि हुवी थी और पीछे रणदीप राधा की गुलाबी योनिमे दनादन अपना ७ इंच लंबा लंड ठोके जारहा था.हर धक्के पर राधा का कामुक बदन आगेकी ओर सरक रहा था. "थप थप थप थप थप थप थप."

संगीतमय कामुक चुदायिका संगीत रूमके चारो ओर गूंज रहा था जो राधा की चुत की टाइट काम-रस से गीली पंखुडिया और ३ इंच मोटे लंड के घिसनेसे होरहा था, "फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच."

रणदीप राधा की कमर पकड़के अपना ७ इंच लम्बा लंड गपा-गप घुसाते हुवे बोला, "तू एक बात समजले के तेरी गांडका छेद मुज़से बचकर नहीं रहे सकता,अह्ह्ह्हह्ह. औरतोंकी गांड मारनेमें जो मजा है ना वो और कही नहीं." ऐसा बोलकर राधा की चुत चुदाई करते हुवे एक जोरदार हाथकी चमाट अपनी बीवी की पहलेसे ही लाल हो चुकी आगे-पीछे चुदायिके धकोंसे हिलती गांड की फलकोंपर जड़ दी.

अपने पतिकी बात सुन राधा सिसकारियां लेते हुवे चौकते हुवे ग़ुस्से में बोली, "आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह, क्या?,मतलब आपने किसी औरतकी गांड मारी है?"

फिर होना क्या था राधा और उसके पतिमे हुवा चुदाई के दौरान घमासान. रणदीपको राधाके सवालपर कोई जावाब ही सूज नहीं रहा था. बेडपर डॉगी स्टाइल में मस्त चुदाई चालू थी और उसके साथ ही तीखी बहसभी, फिर इसी बहेसमे २० मिनट बाद अपनी कामुक बीवी की टाइट गरम दीवारोंकी कामुक गर्माहट सहे नहीं पाया रणदीप, और राधा की बच्चेदानीमे अपने ७ इंचके लंड से सारा माल उढ़ेलते हुवे राधाके साथ निचे धपाक करके बेडपर अपनी बिवीके कामुक अधनंगे बदनपर पूरा नंगा लेटगया. राधा भी अपने पतिके साथ ही अभी तीसरी बार झड़ी थी. सिनेके बल लेटी राधा अपने पीठपर निढाल लेटे हुवे नंगे पतिको धक्का देकर अपने साइड में गिराकर बोली, "कौन है वो कलमुही जिसकी आपने गांड मारी बोलिये?"

उस रात रणदीपको अपनी रूठी बिवीके सवालका जवाब देते हुवे और उसे मनाने में रणदीप को पुरे २ घंटे लगे तब जाकर एक फ्रेंच चुम्मी के साथ उनका झगड़ा सुलझा.

भाग १ समाप्त.

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Anonymous
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5 Comments
AnonymousAnonymous9 months ago

Excellent story. Please complete it

AnonymousAnonymousover 2 years ago

I am mother of 21 year old son and after reading ur story I decided to have sex with him . At starting it was awkward but then I loved it and they way my son fucks me I never felt this much pleasure I was satisfied to the core , Such pleasure even my husband couldn't give me but my son fulfilled it .

All mothers who have unfulfilled desire should get along with their sons they are best in both understanding you and also on bed .

Thankou

noughtyboy786noughtyboy786over 5 years agoAuthor
update soon

update jald aayegaa

AnonymousAnonymousover 5 years ago
second part??

Pls post second part

AnonymousAnonymousover 5 years ago
Waiting for second part

Dost, awesome story,.... Please please post second part of the story as early as possible.. desperately waiting

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