गंगाराम और स्नेहा Ch. 05

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"हाँ अंकल.... मेरे राजा अंकल आप सही कह रहे है.. लेकिन मुझे चुड़क्कड़ किसने बनाया, तुम्ही ने तो बनाया,,, मुझे देखने की देरी... स्नेहा डार्लिंग स्वीट हार्ट स्नेहा कहते अपने गोद खींचते और अपना डंडा मेरी गांडपर ठोकर मरती है तो आपका एक हाथ मेरी लम्बी दरार में करेंट की तार को चेढ़ते राहती है तो दूसरा हाथ से मेरे मम्मी को दबाते और होंठों को चूसते है.. सोचो मेरी क्या दशा होगी। अंकल ठहरो, ठहरो कहने पर बी रुकते यही.. यह सब हरकतोंसे मैं चुड़क्कड़ नहीं बनूँगी तो और क्या बनूंगी.. बोलो,," वह भी गंगाराम के बराबर अपनी कूल्हे उछलती बोली।

"तौबा.. मैंने एक बात कही तो तुमने एक लेक्चर देदिया...वह हाजिर जवाब हो.. मान नी पडेगी।" गंगाराम बोला।

गंगाराम उसे दन दना दन चोदते बोला "स्नेहा डियर..एक बात पूछनी थी..."

"पूछो अंकल..."

"सोच रहा हूँ कहीं तुम बुरा न मनो,,,"

"तुम पूछो तो साही ..."

"यार.. तुम्हारी सहेली सरोज को..."

"वूं.. सरोज को क्या...?"

"उसकी दिलादो ना ..."

"kkyyyaaaaaa..." स्नेहा एक दम चिल्लाई।

"प्लीज डार्लिंग तुम मेरी अच्छी सहेली हो न,,,"

"बस..बस.. वह ऐसी नहीं है..."

"प्लीज...प्लीज..."

"नहीं उससे यह नहीं होगा... वह मेरी अछि सहेली है.. मुझे मालूम है वह वैसी नहीं है... वह मेरे से बात कना बंद करेगी..."

तुम कोशिश करो तो मन जाएगी.. वह तुम्हारी अच्छी सहेली जो है..."

स्नेहा कुछ देर सोचती है फिर बोलती है... "कोशिश करूंगी अंकल; लेकिन गारंटी नहीं है.."

"ठीक है.. कोशिश तो करो...."

करुँगी.. अब चोदो भी में झड़ने वे हूँ..." कहते वह गंगाराम को निचे कर उसके ऊपर चढ़ गई और उसे चोदने लगी। अब गांगाराम का डंडा स्नेहा की बुर में निचे से ठोकर मर रही थी। पूरा 10-12 मिनिट तक वह दोनो गुत्तम गुत्ता हुए और "हहा..हां" कहा और पुछा.. कहाँ झाडूं..."

"अंदर ही छोड़िये आज कल में पिल्स यूज़ कर रही हूँ वैसे अंकल क्या आप को एक बात मालूम?"

"क्या...?"

मेरे मम्मी को हमारे बारे में मालूम है..."

"क्या सचमे...."

"हाँ..."

"मम्मी ने कुछ नहीं कहा...?"

"बस यही की सम्भाल के रहना,... कहीं गर्भ न ठहरे..." रुकी और बोली.. अब छोडो अपने मॉल मेरे में.. में तो कब का खल्लास होगयी हूँ,,,"

8, 10 शॉट्स और दिए और उसके अंदर अपना गर्म लास लसा से उसकी बुर को भरने लगा।

बहार खड़े दोनों औरतें एह सब बातें सुन रहि थी। सरोज सोचमे पड़ गयी; क्यों स्नेहा ऐसा कही.. क्या उसे मेरे गंगाराम से चुदाना पसंद नहीं...' वह सोचने लगी।

दोस्तों उसके बाद क्या हुआ.. क्या सरोज गंगाराम से चुदती है... और गंगारम की इच्छा गौरी के बारे में क्या है... स्नेहा क्या करती है.. यह सब जान ने के लये अगली एपिसोड का इंतजार करे।

अब रोकती हूँ...

आपकी

स्वीट सुधा 26

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