All Comments on 'टेम्पो ड्राईवर'

by momcom

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AnonymousAnonymousover 1 year ago

मैंने अपनी माँ को चुदते हुए देखा था और चोदने वाला हमारा ही नौकर था। मै तब बहुत छोटा था पर समझता था की क्या हो रहा है। मेरे पापा काम के चक्कर मे हफ़्तों घर से बाहर रहते थे और जहां तक मुझे पता है वो सेक्स के मामले मे ढीले थे। मेरी माँ कोई अप्सरा नहीं थी पर छतिया गांड सब भरे भरे थे और उन्हे मजबूत मर्द की जरूरत थी। मेरी माँ उस वक़्त करीब 36-37 की होगी और वो नौकर हमारे गाव का करीब 55 साल का पर हट्टा कट्टा मर्द था। रात को घर मे मै, माँ और दादी ही होते थे और माँ रात को मेरे सोने के बाद उस नौकर के कमरे मे जाती थी।

एक रात मै सोया नहीं था और माँ मेरे को सोया समझ के चली गयी। मैंने सोचा की बाथरूम गयी होंगी पर जब देर तक नहीं आई तो मै उन्हे खोजने लगा। जब वो मुझे कहीं नहीं मिली तो मै नौकर के कमरे मे एसे ही झाँकने पहुँच गया पर दरवाजा बंद था। अंदर लाइटी जल रही थी मै दरवाजे की झिरी से अंदर देखा तो मेरे पैरो तले जमीन निकल गयी। अंदर मम्मी पूरी नंगी बिस्तर पर पड़ी थी और नौकर भी नंगा होके उनके ऊपर चढ़ा हुआ था। मैंने पहली बार कोई औरत और मर्द नंगे देखे थे, मै मंत्रमुग्ध सा देखता रह गया।

नौकर माँ के भरे पूरे शरीर का मर्दन कर रहा था और माँ की धीमी धीमी सिसकरिया निकल रही थी। कितनी ही देर तक वो माँ के बड़े बड़े उरोजों को मसलता, चूमता, चूसता रहा और माँ भी प्यार से उसके केले जैसे मोटे काले लंड को सहलाती रही। बाद मे वो माँ की टाँगे फैला के लंड उनकी चूत मे पेल दिया। जब वो ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा तो माँ भी उसकी पीठ को जकड़ के उसे चूमने चाटने लगी। जब वो खत्म किया तो माँ संतुस्टी से टांगे फैला के लेट गयी और मै कृत विमूढ़ सा अपने बिस्तर पे लौट आया। उस रात के बाद से मैंने जाने कितनी बार माँ को उससे चुदते हुए देखा।

AnonymousAnonymousover 1 year ago

मेरे पती बड़ी सरकारी पोस्ट पर है और हमेशा ही बिज़ी रहते है, रात को थक जाते है, या फिर दौरे पर रहते है, मतलब सेक्स कभी कभार ही संभव हो पाता और वो भी मै पूर्ण रूप से संतुस्ट नहीं हो पाती थी।

एक प्लांबर था तो अक्सर कुछ न कुछ ठीक करने घर आता रहता था। उसके मर्दाना शरीर को देख के मुझे कामुक ख्याल आने लगे और मै अंजाने मे उसे प्रोत्साहित करती चली गयी। ये मेरी गलती थी और वो पूरा फायदा उठा लिया। मैंने सोचा नहीं था की मै कभी भी घर के नौकर जैसे व्यक्ति से चुद जाऊँगी पर मै वासना मे सब कुछ भूल गयी।

एक बार मै नंगी होके उसके नीचे आ गयी तो वो मुझ पे पूरी तरह हावी हो गया, मुझे अभी तक याद है वो बोला, “बहुत मेमसाब वाले नखरे है तेरे आज एसा चोदूँगा की सारे नखरे हमेशा के लिए बंद।“ मेरे अहम को ठेस पहुंची और मै कसमसने लगी पर साले ने मुझे इतनी कस कस के रगड़ा की मेरी आहे कराहे निकलने लगी. थोड़ी देर मे ही मेरे सारे कस बल ढीले पड़ गए और मै उसके इशारो पर नाचने लगी।

उस दिन उसने मुझे वहशियो की तरह भभोड़ डाला और मै भी इसमे एक तरह का विकृत आनंद महसूस करने लगी। उसके बाद से जब भी वो घर आता तो उसे देख कर ही मेरी साँसे भारी होने लगती। उसके साथ बिस्तर पर मैंने वो सब किया जो मै अपने पती के साथ भी कभी नहीं की थी।

AnonymousAnonymousabout 1 year ago

मज़ा आ गया story पढ़ के। निचले तबके के मर्दो से चुदने का मज़ा ही कुछ और है, बस मेमसाब वाला अहम उतारना पड़ता है। मै एसे बहुत मर्दो से चुद चुकी हूँ, पहली बार सोसाइटी का प्लंबर था। वो हरामि था, मुझे पता ही नहीं चला मै कब उससे फंस गयी। पूरा मेरे ऊपर हावी हो जाता था और कभी कभी तो दो दो बार झड़ जाती थी मै उसके साथ। मेरी गांड भी पहली बार उसने ही पेली थी, मै हाय हाय करती रह गयी पर साले ने घुसा ही डाला। मै उसे गालिया देती रही पर वो चोदता रहा। बाद मे मै उससे नाराज भी हुई पर फिर कुछ दिनो मे सब शुरू। पती मेरा transferable जॉब मे है तो नयी जगह जाते ही मुझे कमी महसूस हुई। फिर मैंने खुद पहल करके गार्ड, दर्जी और AC repair वाले के साथ संबंध बनाए। एक बात और मैंने महसूस करी की सभी गांड मारने के शौकीन है, तो महीने मे एक आध बार गांड भी मरवा लेती हूँ, अब तो गांड मरवाने मे भी अजीब सा मज़ा आने लगा है।

AnonymousAnonymous9 months ago

जिस टेम्पो से मैं और मेरी बहन स्कूल जाते थे उसका ड्राइवर भी बहुत harami था. वो हर लड़के लड़की पर try मारता था. टेम्पो में भीड़ होती तो किसी न किसी लड़की को गोद में बिठा लेता. कई बार मेरी बहन को भी बैठाया और उसकी जांघों को सहलाया, मैंने साफ़ देखा की एक हाथ से टेम्पो चला रहा और दूसरा हाथ उसकी स्कर्ट के अंदर.

एक बार शाम को खेलने के बाद हम लोग जब वापस जाने लगे तो दीदी कहीं दिखी नहीं, किसी ने बताया कि इस तरफ गई है तो मैं खोजने गया. वो टेम्पो ड्राइवर के साथ एक दीवाल के पीछे थी. ड्राइवर दीदी की छाती खोल के मोमें मसल रहा था और अपना लंड उसके मुह में डाल रखा था. मैं जड़ khada देखता रह गया. वो एक हाथ से मोमें और दूसरे हाथ से उसके सर को पकड़ रखा था और दीदी आंखे बंद करके पूरी तन्मयता से एक लॉलीपॉप की तरह लंड को चूस और चाट रही थी.

ड्राइवर पूरे मजे लेता हुआ अपना वीर्य दीदी के मुह में ही निकाल दिया.

AnonymousAnonymousabout 2 months ago

Meri beti Arti (12) ka naya school 6th se 10th tak tha Uske 6th mei admission ke liye interview dena padta hai. Arti ka man padhaimei jyada nahi lagta. Pahle din interview etc ki details school se lene, Arti, apni do purane school ki saheliyo- Naseem (14) aur Pooja (11) ke sath auto- riksha mei subah school gayi thi. ye log dopahar 2 baje lauti. Arti ne ishare se ghar mei andar chalne ko bol, andar aane ke bad mujhe dheemi awaz mei bola "Ye auto driver bahut sal se isi school ki ladkiyo ko school aane-jaane ke liye hai, Naseem isi ki beti hai; usne mujhe bola ki interview pas karane ke liye Abbu do hazar lete hain aur kabhi kabhi choot bhi lete hain. Do hazar bhi nahi dene padenge agar koi jawan aurat ki choot dilwa do. Mai gussa hui tab Naseem ne bola ki wo khud Abbu (TANVIR- 46) ne pichli rat use chod kar bata diya ki beti ko bhi yeh to manana padega; do hazar rupye bachane ke liye jab Naseem ne apni mouseri bahen Ruhana (17) ka offe diya to Abbu ne bata diya ki Ruhana to bilkul pas ke ghar mei hi rahti hai aur Abbu to usey jab uski choot par golden bal aane shuru huye tab 11 sal ki umsr se usey ghar par hi chod rahe hain, aur iski madad se hi Naseem ki bur 5 mahine pahle khoon ki pichkari ke saeh chud chuki hai. Jab tak mai saheliyo ke liye cold dring le kar ayi, tab tak Naseem ne Arti ki Maa (Sarika - 27) ko chupchap bata diya sab kuch, aur ye bhi ki TANVIR ka mota kala Katua lund 9,5 " se thoda jyada hi hai, aur ye bhi ki SARIKA ki chudai school ke chokidar ke room mei ya Arti ke ghar mei school time mei ho jayegi. Usne ye bhi bata diya ki 3-4 mahine ka andar Arti ki bur ka TANVIR ya school ke kisi sweeper, watchman, ya staff ke kisi se karwai jayegi Naseem Bano

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