किराये का पति

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सोनिया काफी देर तक शाँत बैठी रही फिर धीरे से बोली, “और दूसरी बात के लिये?”

“कौनसी दूसरी बात?” मैंने पूछा।

“उस वकील ने तुमसे सीधा सवाल किया था कि क्या तुम अपनी पत्नी से प्यार करते हो, तुमने हाँ कहा था।”

“हाँ कहा था।”

“तो क्या यह झूठ नहीं है?”

मैं थोड़ी देर तक उसके चेहरे को देखता रहा फिर खिड़की की ओर मुँह करके धीरे से बोला, “नहीं सोनी, यह झूठ नहीं है।”

वो थोड़ी देर तक तो मुझे निहारती रही फिर बुदबुदा उठी, “हे भगवान! तेरा लाख-लाख शुक्र है।”

ऑफिस में पहुँचे तो काम का अंबार लगा था। हम दोनों को फ़ुरसत ही नहीं मिली आपस में बात करने की। जब शाम को हम गाड़ी में घर की ओर जा रहे थे तब उसने कहा, “राज, तुम कहते हो कि तुम मुझसे प्यार करते हो, तो फ़िर उस रात उस होटल के कमरे में तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया?”

“सीधी सी बात है सोनिया, तुमने मुझे किराये पर तुमसे प्यार करने के लिये नहीं रखा है। तुमने मुझे रखा कि तुम्हें हर हाल में तुम्हारे पिताजी की जायदाद हासिल हो। चार मर्दों के साथ एक रात होटल में तो बहुत छोटी कीमत है इतनी बड़ी जायदाद हासिल करने की। फिर तुम्हें भी तो मज़ा आया था तो शिकवा कैसा? लेकिन शुक्र है भगवान का, उन तसवीरों को इस्तमाल करने की जरूरत नहीं पड़ी,” मैंने हँसते हुए कहा।

बाकी के सफ़र में सोनिया पूरी तरह खामोश रही और कुछ नहीं बोली। जैसे ही घर में घुसे उसने मुझसे पूछा, “अब सादिया का क्या करोगे?”

“कुछ समझ में नहीं आ रहा, उसे हमारी सभी बातों का पता तो है ही। मैं पूछुँगा उससे कि वो दोपहर की बजाय शाम को आ सकेगी.... तो क्या है कि ऑफिस के काम का हर्ज़ा नहीं होगा।”

“पर अब हमें सादिया की कोई जरूरत नहीं है।”

“पर क्यों नहीं है?”

“राज मैं तुम्हें पहले ही कह चुकी हूँ कि औरत गर्भावस्था में काफी चुदासी हो जाती है और अदालत में तुम ये कबूल भी कर चुके हो कि तुम अपने पति होने की जिम्मेदारियाँ बखूबी निभाते हो।”

“कहीं तुम ये तो नहीं कह रही हो कि मैं सचमुच में तुम्हारा पति बन जाऊँ?”

“तुम मेरे पति हो राज। वो मैरिज सर्टिफिकेट और वो शादी कोई फ़रेब नहीं है। मैं कानूनन सोनिया राज अग्रवाल हूँ और मुझे लगता है कि मुझे भी अब एक अच्छी और आदर्श पत्नी बनना चाहिये।”

मैंने सोनी को प्यार से अपने गले लगा लिया।

॥॥॥ समाप्त ॥॥॥

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3 Comments
AnonymousAnonymousover 2 years ago

बहुत सुंदर आप का कहानी था अति सुन्दर =10

AnonymousAnonymousover 3 years ago
लाजवाब और एक सुखांत कहानी

एक सुखांत कहानी । बहुत बढ़िया लेखन है । ऐसे ही लिखते रहिए ।

AnonymousAnonymousover 7 years ago

I loved the story line... I loved the end... Thanks for an amazing story... Keep posting

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