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Click hereमैं इतनी ज्यादा निडर हो गई थी कि रात में अंकल से फोन पर बात करने के बाद मैं पीछे के दरवाजे से बाहर निकल जाती। मेरे घर के पीछे ही एक टूटी हुई स्कूल की बिल्डिंग थी जहाँ पर जाकर मैं अंकल से मिलती।
वहाँ जाकर अंकल मेरी सलवार का नाड़ा खोलकर सलवार नीचे कर देते और मुझे दीवाल से टिका कर घोड़ी बनाकर मेरी चुदाई करते।
हर एक दो दिन में हम लोग उस स्कूल की बिल्डिंग में मिलने लगे जो हमारे चुदाई का अड्डा बन गया। लेकिन वहाँ पर जल्दी जल्दी में ही चुदाई करनी पड़ती थी।
इसके बाद मैं और अंकल दिन में जंगल में जाने लगे। मैं अपने कॉलेज के लिए घर से निकलती थी और अंकल के साथ जंगल चली जाती थी जहां पर हम लोग दिन भर रहते थे और एक दूसरे की प्यास बुझाते थे। जंगल में अंकल मुझे पूरी तरह से नंगी कर देते थे और हम लोग चुदाई का भरपूर मजा लेते थे।
इस बीच मैं एक बार प्रेग्नेंट हो गई थी लेकिन अंकल ने मेरी मदद की और मुझे दवाई लाकर दी।
चार साल तक मेरे और अंकल के बीच ये सब चलता रहा और उन चार सालों में हम दोनों ने चुदाई का भरपूर मजा लिया।
उसके बाद मेरी शादी हो गई और मैं अपने ससुराल आ गई।
शादी के बाद एक बार बस मैं उनसे मिली और वो मुलाकात हमारे बीच आखिरी मुलाकात थी।
अब हम लोग अपनी अपनी जिंदगी में खुश हैं लेकिन आज भी मुझे उनकी याद आती है।