खाला और अम्मी की चुदा‌ई

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फिर अम्बरीन खाला बोलीं – “मैं तुमसे चुदवाने को तैयार हूँ लेकिन मेरी एक शर्त है कि जब तुम मुझे चोदो तो यस्मीन और राशिद भी उस वक्त मौजूद हों... जब तुम मुझे चोदो तो राशिद भी यास्मीन को चोदेगा... बस तुम उन दोनों को इस बात के लिये राज़ी कर लो!”

मुझे भी खाला की बात सुनकर बेहद खुशी हु‌ई क्योंकि अनजाने में ही सही राशिद ने मेरी अम्मी को मेरी आँखों के सामने चोदा था। मैं भी उसकी अम्मी को उसके सामने चोदना चाहता था। मैंने कहा कि – “अम्मी को तो इसमें को‌ई एतराज़ नहीं होगा और राशिद को भी मैं किसी तरह राज़ी कर लुँगा।“ फिर उसी दिन मैंने राशिद से भी बात की। इधर-उधर की बात ना करके मैंने सीधे उस से पूछा – “तुमने कितनी बार ली है मेरी अम्मी की?”

वो चौंक कर बोला – “खाला की...? क्या...? ये क्या कह रहे तो तुम?” मैं गुस्से से बोला – “क्या का क्या मतलब? तुमने उनकी चूत के अलावा कुछ और भी ली है?” राशिद सकपका कर बोला – “ये क्या बक रहे हो तुम, शाकिर भा‌ई? तुम्हें जरूर को‌ई गलतफहमी हु‌ई है।” मैंने उसे मोबा‌ईल वाला वीडियो दिखाते हु‌ए पूछा – “अच्छा, तो ये क्या है?”

वीडियो देखते ही उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गयी। वो सर झुका कर बोला – “शाकिर भा‌ई, इसमें मेरी को‌ई गलती नहीं है। मुझे ये नहीं करना चाहि‌ए था पर मैं बहकावे में आ गया।” मैंने उसके गाल पर एक थप्पड़ रसीद किया और कहा – “अच्छा, तो मेरी चालाक अम्मी ने तुम्हारे जैसे मासूम बच्चे को बहका दिया था?” राशिद बोला – “मुझे माफ कर दो, भा‌ई। मैं अब ऐसी गलती कभी नहीं करुँगा। मैं अपनी अम्मी की कसम खाता हूँ... यास्मीन खाला ने ही पहल की थी... मेरा यक़ीन करो!”

मुझे अंदाज़ा तो था कि राशिद सही बोल रहा है लेकिन मैं फिर गुस्से से बोला – “क्या बकवास कर रहा है... मेरी अम्मी ऐसा क्यों करेंगी!” फिर राशिद ने तफ़्सील से बताया कि मेरी अम्मी एक नम्बर की ऐय्याश हैं और कईं गैर-मर्दों से उनके जिस्मानी ताल्लुकात हैं। अब्बू और हम भा‌ई-बहन की गैर-हाज़री में अम्मी घर में अक्सर गैर-मर्दों से चुदवाती हैं और कईं दफ़ा तो दो-तीन मर्दों के साथ ग्रुप-चुदा‌ई का मज़ा लेती हैं।

मुझे तो पहले से ही अपनी अम्मी की हरामकारी का अंदाज़ा था और अब राशिद ने भी तसदीक़ कर दी। मैंने राशिद से कहा कि – “जो भी हो लेकिन तूने मेरी अम्मी की चूत ली है, अब मुझे अपनी अम्मी की चूत दिला।” राशिद बोला – “भा‌ई मैं ये कैसे कर सकता हूँ...? मैं अपनी अम्मी से ऐसी बात कैसे कर सकता हूँ? हाँ तुम खुद उन्हें तैयार कर लो तो मुझे को‌ई ऐतराज़ नहीं है...।” यह सुन कर मेरी साँस में साँस आयी। खाला तो पहले ही मान चुकी थीं। मुझे सिर्फ राशिद के सामने ड्रामा करना था। मैंने कहा – “ठीक है, मैं ही कोशिश करता हूँ। पर तुम वही करोगे जो मैं कहुँगा?” राशिद बोला – “शाकिर भाई, मुझे तुम्हारी हर बात मंज़ूर है और तुम फ़िक्र ना करो... तुम्हारे लिये अम्मी को राज़ी करना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा!”

मैंने पूछा – “क्या मतलब?” तो उसने बताया कि किस तरह उसकी अम्मी तो मेरी अम्मी से भी ज्यादा ऐय्याश और बदकार है। अपनी अम्मी और अम्बरीन खाला के ज़निब जो बातें मैं ऊपरी तौर पे जानता था वो अब राशिद तफ़सील से बता रहा था। उसने बताया कि मेरे नवाज़ खालू तो काफी वक़्त दुबा‌ई में रहते हैं और अम्बरीन खाला रात-रात भर क्लबों और पार्टियों में गैर-मर्दों के साथ ऐय्याशियाँ करती हैं और अक्सर पूरी-पूरी रात घर नहीं आती। अक्सर घर पे भी रात को अपने बेडरूम में गैर-मर्दों के साथ चुदवाती हैं और उसने खुद छुपकर अपनी अम्मी को कईं दफ़ा गैर-मर्दों की बाहों में नंगी होकर चुदते देखा है। राशिद ने बताया कि उसकी अम्मी अपने ड्रा‌इवर और नौकरों से भी चुदवाती है।

फिर राशिद बोला – “शाकिर भाई..., अब तो तुम मेरे से नाराज़ नहीं हो?” मैंने उसे कहा कि मैं चाहता हूँ कि वो अपनी अम्मी को मुझसे चुदते हु‌ए देखे। मुझे लगा था कि ये बात सुनकर शायद राशिद मना करेगा लेकिन वो बोला कि – “शाकिर भा‌ई, मैं तुम्हारी बात मानने के लि‌ए तैयार हूँ पर तुम बुरा ना मानो तो मैं एक तजबीज तुम्हारे सामने रखूँ?” मैंने कहा – “ठीक है, बता‌ओ।” तो वो बोला कि – “भा‌ई थोडा मेरा भी खयाल रखना... आजकल यास्मीन खाला मुझे ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही हैं... मेरी अम्मी को चोदने के बाद किसी तरह मुझे भी मेरी अम्मी की दिलवा दो तो मेरा भी घर में ही इंतज़ाम हो जायेगा... तुम मेरी अम्मी के साथ आगे भी मज़े कर सकोगे... मैं तुम्हें कभी नहीं रोकुँगा।“ मैं उसकी बात सुनकर चौंक गया। अगर्चे मैं खुद अपनी अम्मी की ले रहा था पर राशिद को तो यह मालूम नहीं था।

मैंने कहा – “ये क्या कह रहे हो राशिद? अम्बरीन खाला को अपने ही बेटे से चुदवाने के लिये राज़ी करना आसान नहीं होगा!” राशिद बोला – “भा‌ई, मैंने तुम्हें बताया ना कि अम्मी कितनी बड़ी बदकार है... मैं तो खुद ही कोशीश करने की सोच रहा था लेकिन तुम्हारी वजह से ये और आसान हो जायेगा!” मैंने कहा कि – “मैं कोशिश करके देखता हूँ।“

मैंने पहले अम्मी से बात की और उन्हें अम्बरीन खाला की शर्त और राशिद की ख्वाहिश के बारे में बताया। अम्मी को तो पहले ही को‌ई ऐतराज़ नहीं था और बोलीं कि वो खुद अम्बरीन खाला से बात करके प्रोग्राम तय कर लेंगी। दो दिन बाद अब्बू को फिर से कुछ दिनों के लिये कराची जाना था तो अम्मी और अम्बरीन खाला ने इस बार उनके घर पे मिलने का प्लैन बनाया। मैंने राशिद को भी फोन करके बता दिया कि उसकी अम्मी राज़ी हो गयी हैं कि हम चारों एक साथ चुदा‌ई करेंगे लेकिन इसके लिये उसकी अम्मी को उसके अपनी खाला मतलब कि मेरी अम्मी के साथ ताल्लुकात के बारे में बताना पड़ा।

दो दिन के बाद मेरे छोटे भा‌ई-बहन को नाना के घर छोड़ने के बाद शाम छः बजे मैं और अम्मी अम्बरीन खाला के घर पहुँचे। अम्मी आज भी खूब अच्छे से मेक-अप करके तैयार हु‌ई थीं। अम्मी ने गुलाबी रंग की बगै‌र आस्तीनों वाली कमीज़ पहनी थी जिसका गला बेहद गहरा था। सफ़ेद रंग की टा‌इट सलवार के साथ काले रंग के ऊँची पेन्सिल हील के सैंडल पहने थे और बेहद हसीन लग रही थीं। खाला भी बेहद खूबसूरत और सैक्सी लग रही थीं। उन्होंने नीले रंग का डिज़ायनर जोड़ा और सफ़ेद रंग के ऊँची ऐड़ी वाले सैंडल पहने हु‌ए थे। अम्बरीन खाला का छोटा बेटा अपने दादा के घर पर था। हम चरों ड्रा‌इंग रूम में बैठ कर बातचीत करने लगे। खाला और अम्मी शराब पी रही थीं और मैं और राशिद जूस पी रहे थे। मैं थोड़ा नर्वस महसूस कर रहा था और दिल भी धड़क रहा था। राशिद का भी कुछ ऐसा ही हाल था लेकिन अम्मी और अम्बरीन खाला नॉर्मल थीं। शायद इसलिये कि उन दोनों को तो गैर-मर्दों से चुदवाते रहने की आदत थी। थोड़ी देर बाद खाला ने राशिद को मुझे बेडरूम में ले जाने को कहा और बोलीं कि वो और मेरी अम्मी भी थोड़ी देर में आ जायेंगी। हम दोनों अम्बरीन खाला के शानदार बेडरूम में आ गये।

थोड़ी देर बाद अम्मी और अम्बरीन खाला भी बेडरूम में आ गयीं। दोनों शराब के हल्के नशे में मस्त थीं। अम्बरीन खाला आकर बेड पर मेरे पास बैठ गयीं और मेरी गर्दन एक बाँह हाथ डाल कर मेरे गाल चूमने लगीं और एक हाथ मेरी रान पर रख कर सहलने लगी। मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मैं भी शिद्दत से उन्हें चूमने लगा। अम्मी भी बेड पर दूसरी तरफ़ राशिद के बराबर में बैठ गयीं और दोनों मुझे और अम्बरीन खाला को आपस में चूमते हु‌ए देख रहे थे। थोड़ी देर में अम्बरीन खाला ने लेटते हु‌ए मुझे खींच कर अपने ऊपर झुका लिया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिये। मैंने भी अपने होंठ उनके नर्म रसीले होंठों से चिपका दिये। मैं उनके बोसे लेता रहा और वो जवाब में अपने लिपस्टिक लगे होठों से मुझे चूमती रहीं। मेरा लंड तन कर फौलाद बन गया था। उनके होंठों और गालों को जी भर के चूसने के बाद मैं उठा और जल्दी-जल्दी अपने कपड़े उतारने लगा।

नंगा होने के बाद मैं खाला के सामने खड़ा हो गया और अपना लंड उनके मुँह के सामने कर दिया। खाला ने बिला-झिझक मेरा लंड हाथ में थाम कर मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगीं। उधर अम्मी ने भी राशिद को नंगा कर दिया था और उसका लंड चूस रही थीं। बेडरूम में स्प्लिट ए-सी की हल्की आवाज़ के बावजूद मेरा लंड चूसते हु‌ए अम्बरीन खाला के मुँह से ‘सपड़-सपड़’ की आवाज़ें सुनायी दे रही थीं। थोड़ी देर लंड चुसा‌ई के बाद खाला और अम्मी ने भी अपने-अपने कपड़े उतार दिये और ऊँची हील के सैंडल छोड़ कर बिल्कुल नंगी हो गयीं। मैं क‌ईं दिनों बाद अम्बरीन खाला के नंगे जिस्म का दीदार कर रहा था। हम दोनों के लंड टनटना रहे थे। मैंने खाला को आगोश में ले लिया और अपने हाथ पीछे ले जा कर उनके मांसल चूतड़ों को दबाने लगा। उधर राशिद भी यही कर रहा था। राशिद ने अम्मी को बिस्तर पर लेटा कर उनके होठों को अपने मुँह में लिया और दोनों हाथों से उनके मम्मे मसलने लगा। अम्मी अपना मुँह खोल कर उस का साथ दे रही थीं। दोनों बुरी तरह एक दूसरे को चूम-चाट रहे थे।

मैं भी कहाँ पीछे रहने वाला था। मैंने अम्बरीन खाला को अम्मी के पास लिटाया और उनके होंठों और मम्मों पर काबिज़ हो गया। बेडरूम में चूमा-चाटी की आवाज़ें फैली हु‌ई थीं। होंठों और गालों की दावत उड़ाने के बाद मैंने अम्बरीन खाला की चूचियों की जानिब रुख किया। मुझे उनकी चूचियों का रस पीते देख कर राशिद ने भी अपना मुँह मेरी अम्मी की चूचियों पर रख दिया। कुछ ही देर में खाला और अम्मी के जिस्म बुरी तरह मचलने लगे।

जाहिर था कि दोनों की रानों के बीच आग लग चुकी थी। मैं अम्बरीन खाला को और तडपाना चाहता था मगर जब उन्होंने मुझे अपने ऊपर आने को कहा तो मैं अपने आप को नहीं रोक पाया। जिस लम्हे का मैं अरसे से मुन्तज़िर था वो आ चुका था और मेरा लंड भी मेरे काबू में नहीं था। मैंने खाला को अपने नीचे लिया और अपना लंड उनकी चूत पर रख दिया। मैं आहिस्ता-आहिस्ता हल्के घस्से लगाने लगा। वो भी अपने जिस्म को ऊपर-नीचे हरकत दे रही थीं। जल्द ही उनकी चूत ने मेरे लंड को अपने अंदर जज्ब कर लिया। उनकी चूत अम्मी जैसी टा‌इट नहीं थी पर थी लज्ज़तदार। मैं अम्बरीन खाला की चूत में घस्से मारने लगा। धक्कों की वजह से उनके मम्मे डाँस कर रहे थे।

राशिद ने अपनी अम्मी को चुदते देखा तो उसने मेरी अम्मी की टाँगें उठा कर अपने कंधों पर रख लीं। अम्मी की चूत का मुँह उस के सामने आ गया। राशिद ने जब अपना लंड अम्मी की चूत में डाला तो अम्मी की टाँगें उनके सीने की तरफ आ गयीं। राशिद ने अपना पूरा वज़न डाल कर अम्मी के घुटने उनके सीने से मिला दिये और उनकी उभरी हु‌ई चूत में घस्से मारने लगा। वो खास ताक़तवर नज़र नहीं आता था मगर उसने अम्मी जैसी तंदरुस्त औरत को बड़ी अच्छी तरह क़ाबू किया हु‌आ था। अम्मी उसके हर घस्से पर सिसक रही थीं। उनकी चूत पानी छोड़ रही थी जिसकी वजह से राशिद का काम आसान हो गया था। कुछ ही देर में वो धु‌आंधार घस्से मारने लगा। फिर उसके चेहरे के नक्श बिगड़ गये। उसका जिस्म लरजने लगा और कुछ लम्हों के बाद वो बेसुध-सा अम्मी के ऊपर गिर गया। मैं समझ गया कि उसका लंड खाली हो चुका था।

राशिद को खल्लास होते देख कर मुझे खुशी हु‌ई के में उससे पहले नहीं झड़ा। मैंने अपने धक्के थोड़े हलके कर दिये। मैं अब भी उनकी चूत का मज़ा ले रहा था पर धक्के हलके होने पर अम्बरीन खाला थोड़ी बेचैन हो गयीं। उन्होंने बेबसी से मेरी तरफ देखा। उनकी नज़रें मुझे खामोशी से कह रही थीं कि ‘शाकिर, अब देर ना करो।‘ मैं उनकी चूत में खल्लास होने की नियत से जबरदस्त घस्से लगाने लगा। जल्द ही मुझे अपने लंड के सुपाड़े पर एक मीठी गुदगुदी महसूस हु‌ई और मैंने अम्बरीन खाला की चूत में ताबड़तोड़ घस्से मारने शुरू कर दिये। वे भी अपने जिस्म की सारी ताक़त लगा कर नीचे से धक्के लगा रही थीं। हमारी मेहनत रंग लायी और मेरे लंड ने उनकी चूत में पिचकारियाँ मारनी शुरू कर दीं। मेरे साथ-साथ खाला का भी पानी निकल गया और वो बेदम सी हो गयीं। मैं भी निढाल हो कर उनके ऊपर लेट गया। थोड़ी देर बाद हम सब उठे और नंगे ही बैठ कर मैं और राशिद जूस पीने लगे और अम्मी और खाला शराब पी रही थीं। इतनी लज़्ज़तदार और बेबाक चुदा‌ई के बाद हम काफी बेतकल्लुफ हो चुके थे।

राशिद बोला – “शाकिर भा‌ई, अब तो तुम गुस्सा नहीं हो? तुम जो चाहते थे वो हो गया ना?” मैंने जवाब दिया – “ मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है। लगता है मैं नींद में हूँ और अभी-अभी मैंने एक ख्वाब देखा है।” राशिद ने कहा – “यकीन तो मुझे भी नहीं हो रहा है। यह तो यास्मीन खाला और अम्मी ही बता सकती हैं कि कुछ हु‌आ था या नहीं!”

खाला हंसते हु‌ए बोलीं – “बदमाश, अपनी अम्मी के सामने सब कुछ करने के बाद अब नाटक कर रहा है!” राशिद बोला – “लेकिन शाकिर भा‌ई ने भी तो अपनी अम्मी के सामने आपको चोदा था!” खाला बोलीं – “तुम दोनों ही बेशर्म हो।” तो मैंने कहा – “तो आप दोनों भी को‌ई कम तो नहीं हो!”

अम्मी ने अम्बरीन खाला से पूछा – “अम्बरीन, ये बता कि शाकिर ने तसल्लीबख्श तरीके से चोदा या नहीं?” खाला बोलीं – “यकीनन शाकिर अपनी उम्र के हिसाब से बेहद महिर है चोदने में!” ये सुनकर राशिद मेरी अम्मी से बोला – “खालाजान, जितनी देर शाकिर भा‌ई ने अम्मी की चोदा मैं उतनी देर आपको नहीं चोद पाया। आप का काम तो हु‌आ ही नहीं होगा।” अम्मी ने कहा – “तुम भी चोदने में माहिर हो... आज शायद अपनी अम्मी की मौजूदगी की वजह से तुम जल्दी फारिग हो गये।”

मैं बोला – “अम्मी, सिर्फ ये वजह नहीं हो सकती। आपकी चूत है ही इतनी टा‌इट कि उसमे ज्यादा देर टिकना मुश्किल है।” राशिद चौंकते हु‌ए बोला – “ये तो सच है पर ये तुम्हें कैसे मालूम हु‌आ... कहीं तुम भी यास्मीन खाला को तो नहीं चोद रहे हो?” अब मुझे एहसास हु‌आ कि खाला को तो मैं बता चुका था कि मैं अम्मी को चोदता हूँ लेकिन राशिद को नहीं बताया था। अम्मी बोलीं – “हाँ राशिद... ये सही है कि शाकिर भी मुझे चोदता है!” राशिद मुस्कुराते हु‌ए बोला – “वाह शाकिर भा‌ई... तुम्हारी तो ऐश है... अपनी अम्मी और खाला दोनों की चुदा‌ई का मज़ा ले रहे हो!”

खाला अमबरीन तंज़िया अंदाज़ में बोलीं – “लेकिन लगता है कि शाकिर को अपनी अम्मी की चूत ज्यादा पसंद है!” मैं बोला – “मैंने ये कब कहा? मेरा मतलब था कि अम्मी की ज्यादा टा‌इट है मगर लज्ज़त में खाला आपकी की चूत भी कम नहीं है। लेते वक्त ऐसा लगता है जैसे लंड एक फोम के गद्दे में लिपटा हु‌आ हो!”

राशिद बोला – “सच?” मैंने कहा – “तुम्हें यकीन नहीं है तो खुद चोद कर देख लो।” खाला बोलीं कि – “शाकिर, ये क्या कह रहे हो तुम?” मैंने जवाब दिया कि – “खालाजान, इसे भी तो पता चले कि इसकी अम्मी की चूत कितनी मज़ेदार है!” तो खाला बोलीं – “नहीं, यह ठीक नहीं है।” फिर जब अम्मी ने कहा कि – “अम्बरीन, अब मान भी जा‌ओ। राशिद को मायूस ना करो... तजुर्बे से कह रही हूँ कि राशिद भी कमाल की चुदा‌ई करता है?” तो अम्बरीन खाला मान गयीं।

फिर क्या था, अम्मी और खाला ने अपने-अपने गिलास खाली किये और खाला ने अपने बेटे को बाँहों में ले लिया और मैं भी अम्मी से लिपट कर उनके गालों और होंठों का रस पीने लगा। मेरे हाथ उनके चूतडों पर घूम रहे थे। राशिद भी कहाँ पीछे रहने वाला था। उसने अपनी अम्मी के होंठों को चूसते हु‌ए उनके मम्मों को अपने हाथों में ले लिया। मैंने अम्मी को बिस्तर पर लिटाया और मेरे होंठों ने उनकी चूचियों पर कब्ज़ा कर लिया। अम्बरीन खाला भी अब बिस्तरदराज़ हो चुकी थीं और राशिद उन पर चढ़ा हु‌आ था। वो उनके मम्मों को बिल्कुल दीवानों की तरह चूस रहा था। अम्बरीन खाला के मुँह से मस्ती की आवाज़ें निकलना शुरू हो गयीं थीं और वो आहिस्ता-आहिस्ता अपना सीना ऊपर कर रही थीं। ये मंज़र खून गरमा देने वाला था।

राशिद अब नीचे खिसका। उसने अपनी अम्मी की जांघों को खोला और अपना मुँह उनकी चूत पर रख दिया। जब उसने अपनी जीभ उनकी चूत पर फिसलानी शुरू की तो खाला ने बिस्तर की चादर पकड़ ली और “ऊँऊँह ऊँऊँह” करने लगीं। मैं भी नीचे आ गया और अम्मी की जांघों को फैला कर उनकी चूत पर ज़ुबान फेरने लगा। अम्मी और खाला मज़े से सिसकने लगीं। दोनों बहने एक दूसरे से चंद इंच के फ़ासले पर थीं। राशिद ने अम्बरीन खाला की चूत को चूमते हु‌ए उनकी गाँड के सुराख को देखा जो कभी खुल रहा था और कभी बंद हो रहा था। उसने अपनी उंगली उनके गाँड के सुराख पर रखी और उसे आहिस्ता से अंदर धकेला। अम्बरीन खाला ने एक तेज़ आवाज़ निकाली और अपने मम्मों को खुद ही मसलने लगीं। वो राशिद के दोहरे हमले को ज्यादा देर ना झेल सकीं। उनका जिस्म जोर से लहराया और वो झड़ने लगीं।

जब अम्बरीन खाला झड़ चुकीं तब राशिद ने अपना फूँकारता हु‌आ लंड उनके चेहरे के सामने कर दिया। तभी अम्मी ने मुझे इशारा किया कि मैं अपना लंड उनके मुँह में दे दूँ। मेरा लंड तो इंतज़ार कर रहा था कि उसे मुँह या चूत की गर्मी नसीब हो। मैंने अपना लंड उनके मुँह के सामने किया और उनके मुँह ने फ़ौरन उसे लपक लिया। ये देख कर राशिद ने भी अपना लंड अपनी अम्मी के मुँह पर रख दिया और अम्बरीन खाला अपने बेटे का लंड चूसने लगीं। इधर मैं अपना लंड आहिस्ता-आहिस्ता अम्मी के मुँह के अंदर-बाहर करने लगा। अम्मी चूसने के बीच-बीच में सुपाड़े को जीभ से सहला रही थीं। अम्मी के मुँह के अंदर मेरे लंड में मज़े की लहरें उठने लगीं। अम्बरीन खाला ने मुझे मज़े में मुब्तला देखा तो वे भी अपने बेटे को लंड-चुसा‌ई का लुत्फ़ देने में मशगूल हो गयीं। ऐसा लगता था कि दोनों बहनों के बीच कम्पीटिशन चल रहा था। अम्बरीन खाला शायद इस कम्पीटिशन में अव्वल निकली क्योंकि राशिद ने अचानक कहा – “बस अम्मी, अब छोड़ दो।”

वो अपना लंड उनके मुँह से बाहर खींच कर अपनी उखडती साँसों पर काबू पाने की कोशिश करने लगा। खाला ने परेशान -हाल हो कर पूछा – “क्या हु‌आ, राशिद?” राशिद थोड़ा नॉर्मल हु‌आ तो उसने कहा – “अम्मी, आप इतनी अच्छी तरह चूसती हैं! अगर एक मिनट की भी देर हो जाती तो मैं तो आपके मुँह में ही झड़ जाता।”

खाला ने मुस्कुरा कर कहा – “चलो, अब जहाँ झडना चाहते हो वहाँ डाल दो।” राशिद ने बिना वक्त गंवाय अपना लंड उनकी चूत के अंदर घुसा दिया। वो अपनी अम्मी को चोदने के लिये उतावला नज़र आ रहा था। लंड अंदर जाते ही वो कस कर घस्से मारने लगा। खाला ने उसे जल्दबाज़ी ना करने की हिदायत दी तो उसके धक्कों की तेज़ी कुछ कम हु‌ई। शायद खाला कोशिश कर रही थीं कि वो जल्दी ना झड़े।

इधर मेरा लंड भी अब मुँह की बजाय चूत की गिरफ्त का तलबगार था। मैं अम्मी की टाँगों के बीच आ गया। उनकी चूत अच्छी तरह भीग चुकी थीं। मैंने उनकी चूत पर लंड रख कर अपने चूतड़ों को आगे धकेला। मेरा लंड आसानी से रास्ता बनाता हु‌आ उनकी चूत के अंदर घुस गया। मैंने उन्हें हलके धक्कों से चोदना शुरू कर दिया। क्या दिलकश नज़ारा था! दोनों बहने सिर्फ ऊँची हील के सैंडल पहने बिल्कुल नंगी पास-पास लेटी थीं और उनके बेटे उनको खुल कर चोद रहे थे। हमारे लंड एक लय में उनकी फुद्दियों में अंदर-बाहर हो रहे थे। वो दोनों भी अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर हमारा साथ दे रही थीं। हमारे झटकों से दोनों के मम्मे हिल रहे थे। अम्मी और अम्बरीन खाला वक़फे-वक़फे से एक दूसरे की तरफ भी देख लेतीं थीं। वो अब इस खेल का पूरा मज़ा ले रही थीं और दोनों के चेहरों पर इत्मीनान और सकून नज़र आ रहा था।

मैं चुदा‌ई में ज्यादा तजुर्बेकार नहीं था लेकिन फिर भी मुझे एहसास हो गया के अम्मी की चूत पानी छोड़ने वाली है। उनके मुँह से बे-हंगम आवाज़ें निकल रही थी और उनकी कमर तेजी से झटके खा रही थी। उनको मंजिल तक पहुँचाने के लिये मैंने अपने धक्कों की ताकत बढ़ा दी। अचानक उनका जिस्म अकड़ा और उनकी साँसें थम सी गयीं। मैं समझ गया कि उनका काम हो गया था। मेरा लंड अब भी उनकी चूत के अंदर था। मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को संभाला। जब अम्मी थोड़ी नॉर्मल हु‌ईं तो मैंने फिर घस्से मारने शुरू किये लेकिन अब मुझे अपना लंड उनकी चूत के ज्यादा अंदर पहुँचाने में मुश्किल हो रही थी। मैंने अपना लंड बाहर निकाला और सीधा लेट कर उन्हें अपने लंड पर चढा लिया। मेरा लंड फिर अम्मी की चूत के अंदर था और वो उस पर आहिस्ता-आहिस्ता धक्के लगाने लगीं। मैंने अम्बरीन खाला की तरफ नज़र घुमा‌ई।

राशिद अब उन्हें पीछे से चोद रहा था। राशिद की पतली रानें खाला के मांसल चूतड़ों से टकरा कर नशीली आवाज़ें पैदा कर रही थीं। उसने खाला के चूतड़ों को कस कर पकड़ा और अपने घस्सों में थोड़ी तेज़ी ले आया। जब लंड चूत में जाता तो खाला मुँह से ‘उफफफफ्फ़’ की आवाज़ निकल जाती। कुछ देर इस तरह खाला को चोदने के बाद वो भी मेरे पास लेट गया और अपनी अम्मी को अपने ऊपर चढ़ने के लि‌ए कहा। खाला ने अपने हाथ से राशिद का लंड पकड़ कर अपनी फुद्दी पर रखा और एक शानदार धक्का लगाया। एक ही धक्के में उन्होंने पूरा लंड अपनी फुद्दी में ले लिया। अब अम्मी की तरह अम्बरीन खाला भी अपने बेटे के लंड पर फुदकने लगीं।

अभी तक मैंने अपने ऊपर काफ़ी क़ाबू रखा था और खल्लास नहीं हु‌आ था लेकिन जब अम्मी ने भरे हु‌ए चूतड़ों ने बार-बार मेरे लंड पर वज़न डाला तो मुझे लगा के में खल्लास हो जा‌ऊँगा। अम्मी मेरे चेहरे के तासुरात से समझ गयीं कि मैं खल्लास होने वाला हूँ। मेरी मदद करने के लिये उन्होंने अपने चूतड़ों की हरकत धीमी कर दी।

खाला अब मजीद रफ़्तार से फुदक रही थी और झड़ने के कगार पर थीं। उन्हें देख कर अम्मी ने भी अपने घस्सों को तेज़ी दी और फिर दोनों बहने एक साथ चीखते हु‌ए झड़ने लगीं। राशिद का जिस्म भी अकड़ गया। शायद वो भी अपनी अम्मी की चूत में झड़ रहा था। सब को झड़ते देख कर मेरे लंड ने भी पिचकारियाँ छोडनी शुरू कर दीं। अम्मी मेरे पर गिरीं और उन्होंने मुझे अपनी बांहों में भींच लिया। खाला ने राशिद को अपने से चिपका रखा था। कुछ मिनट बाद मेरी हालत ज़रा बेहतर हु‌ई तो में अम्बरीन खाला की तरफ मुखातिब हु‌आ। वो राशिद के लंड से उतर कर मेरे से लिपट गयीं। अम्मी ने मुस्कुराते हु‌ए हमें देखा। राशिद उठ कर गर्मजोशी से उन से लिपट गया। हमने पूरी रात चुदाई की। मैंने राशिद ने मिलकर अम्बरीन खाला और अम्मी की चूट और गाँड में भी एक साथ चुदा‌ई की।

इस वाक़िये को चार साल बीत चुके हैं। तब से आज तक मैंने अपनी अम्मी और खाला के अलावा किसी को नहीं चोदा है। राशिद भी इन्ही को चोद रहा है। अम्मी और अम्बरीन खाला ज़रूर हमारे आलावा भी अक्सर दूसरे मर्दों से चुदवाती हैं लेकिन हमें इसमें को‌ई एतराज़ नहीं है क्योंकि वो हमारा मुकम्मल साथ देती हैं। जब भी मुझे चूत की तलब लगती है, मेरे एक इशारे पर अम्मी अपनी चूत मुझे दे देती हैं। अम्बरीन खाला भी राशिद के लंड को प्यासा नहीं रहने देती हैं। और जब मौका मिलता है, हम चारों इकट्ठे हो जाते हैं। मैं खाला को चोद लेता हूँ और राशिद मेरी अम्मी को।

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Anonymous
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AnonymousAnonymous9 months ago

Bohot achchi story hai. Mere family New Jersey (USA) mei rehti hai. Hum Gujarati Indian hai. Mere parents yaha 2003 mei aye the. Mere Pappa tailoring work ki shop join kiya. Mom Gujarati dishes ka order lete the. Pappa ka ek road accident hoya. Treatment almost 2 and a half year chala, unka hearing problem ho gaya. Mom ke upar bohot kam aya. In 2005 I was born, Then two sisters in 2008 and 2011 Istarted my school, Pappa did not take up a job. We have 2- bedroom small house. In 2010 when I returned from school, I saw Mom in the arms of an Asian; I spied and watched them having sex till end. Pappa could not hear and sister was small. I thought second sister was born from Asian. I bunked classes some times and saw Mom with different men, and many times with black guys. Once Mom caught me peeping when she was with a huge black guy. He asked Mom to give him hand job then blow job. It took him 20 minutes to fill her mouth with ..., that was when she caught me peeping. After he was gone she beckoned me to go to her. She told me that Pappa was very weak and could not satisfy here, she had to look after everything so it was necessary for her to sleep with men. She confessed that she preferred Muslims and circumcised black guys. She allowed Muslims and blacks without condom, and loves their large circumcised cock-head to suck on. She charges extra dollars for drinking their ...

Dheeraj Thakkar

AnonymousAnonymousover 1 year ago

Aunty bhabhi sex chat ya real sex ke liya msg me 9511815826

AnonymousAnonymousalmost 4 years ago
STORY KESI LAGI

Kisi se bat karna hai to skype par kar sakta hai

SKYPE ID - SAMEER.SHIA

AnonymousAnonymousover 4 years ago
Nice story

Hi

Any female wants to enjoy sex chat with me come inbox my what's up no 8097627

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